जोधपुर अपने नमकीन के लिए मशहूर है, चाहे वह प्याज़ की कचौड़िया हो या मिर्ची बड़ा, जोधपुर अपने व्यंजनों से सबका दिल जीत ही लेता है| अपने व्यंजन, धरोहर, इत्तिहास के लिए मशहूर जोधपुर को Sun City भी कहा जाता है, और इस शहर के हृदय में मजूद है ‘सूर्य का किला’ जिसे आप मेहरानगढ़ किला(Meherangarh kila), जोधपुर का किला के नाम से जानते है | इस खूबसूरत शहर में स्थित इस ऐतिहासिक किले के बारे में आईये विस्तार से जाने |
मेहरानगढ़ किले का गौरवशाली इतिहास(Meherangarh Fort kisne banwaya)
(Meherangarh Kila, Jodhpur) मेहरानगढ़ किले का निर्माण 1459 में जोधपुर के संस्थापक राव जोधा ने करवाया था। राव जोधा राठौड़ वंश के एक शक्तिशाली राजपूत शासक थे। उन्होंने मारवाड़ राज्य की नींव रखी और जोधपुर को उसकी राजधानी बनाया।अब बात करते है किले की इत्तिहास के बारे में – पुराने मंडोर किले की सुरक्षा कमजोर पड़ने के कारण, उन्होंने इस विशाल किले को एक अधिक सुरक्षित गढ़ के रूप में स्थापित किया। यह किला भुकुर चेरिया नामक चट्टानी पहाड़ी पर स्थित है, जिसे ‘पक्षियों का पहाड़’ भी कहा जाता है। यह जोधपुर शहर से 400 फीट ऊँचाई पर स्थित है और 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। किले के निर्माण को देशनोक की करणी माता, जो चारण समुदाय से एक शक्तिशाली संत और योद्धा थीं, का आशीर्वाद प्राप्त था।
मेहरानगढ़ किले की वर्तमान भव्य संरचना का अधिकांश हिस्सा महाराजा जसवंत सिंह (1638-1678) के शासनकाल में निर्मित हुआ। किले के भीतर शानदार महल स्थित हैं, जिनमें मोती महल, फूल महल और शीश महल प्रमुख हैं। ये महल अपनी अनूठी नक्काशी, राजसी शिल्पकला और विशाल आंगनों के लिए प्रसिद्ध हैं।
किले के सात भव्य प्रवेश द्वार
(Meherangarh Kila)मेहरानगढ़ किले में कुल सात विशाल प्रवेश द्वार हैं:
- जय पोल – 1806 में बनाया गया यह द्वार राजाओं की सैन्य जीत का प्रतीक है।
- फतेह पोल – इसे 1707 में मुगलों से मिली विजय की याद में बनवाया गया था।
- लखना पोल – यह द्वार किले के भीतर के प्रमुख रास्तों में से एक है।
- डेढ़ कांगड़ा पोल – एक मजबूत और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार।
- अमृत पोल – यह किले की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बनाया गया था।
- लोहा पोल – इस प्रवेश द्वार पर शहीद राजपूत वीरों के हाथों के चिह्न देखे जा सकते हैं।
- सूरज पोल – किले का एक अन्य ऐतिहासिक और स्थापत्य कला से सुसज्जित द्वार।
मेहरानगढ़ किले की वास्तुकला(Architechure of Meherangarh fort)
मेहरानगढ़ किला(Meherangarh fort, Jodhpur), जिसकी नींव 15वीं शताब्दी के मध्य में रखी गई थी, समय के साथ विभिन्न शासकों द्वारा निर्मित और विस्तारित किया गया। इसके परिणामस्वरूप, किले की वास्तुकला में विभिन्न कालखंडों की झलक देखने को मिलती है, जो उसे अद्वितीय बनाती है।
किले के आंतरिक भाग में किसी एक विशिष्ट शैली की स्पष्ट पहचान नहीं की जा सकती। कुछ हिस्सों में राजपूत शैली की सभ्यता नजर आती है, जबकि अन्य भागों में मुगल वास्तुकला की झलक मिलती है। इसके अलावा, किले के भीतर कई अन्य स्थापत्य विविधता भी देखने को मिलती हैं।
समय के साथ जैसे-जैसे यह किला अलग-अलग शासकों के अधिकार में आया, प्रत्येक राजा ने अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इसे विस्तृत और सुदृढ़ किया। इस प्रकार, मेहरानगढ़ किला विभिन्न स्थापत्य शैलियों का सम्मिश्रण बन गया, जो इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व को और अधिक बढ़ाता है।
और दुर्गों के बारे में जाने
i.) कुम्भलगढ़ किला
ii) भानगढ़ किला
iii) चित्तौड़गढ़ किला
मेहरानगढ़ किले के खुलने का समय
समय: प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
दिन | समय |
सोमवार | 9:00 am – 5:00 pm |
मंगलवार | 9:00 am – 5:00 pm |
बुधवार | 9:00 am – 5:00 pm |
गुरुवार | 9:00 am – 5:00 pm |
शुक्रवार | 9:00 am – 5:00 pm |
शनिवार | 9:00 am – 5:00 pm |
रविवार | 9:00 am – 5:00 pm |
किला सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है और पर्यटक इस दौरान इसकी भव्यता का आनंद ले सकते हैं।
मेहरानगढ़ किले की प्रवेश शुल्क और अन्य शुल्क(Meherangarh Fort Tickets)
प्रवेश शुल्क
टिकट श्रेणी | मूल्य (रु.) |
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक (ऑडियो गाइड सहित) | 600 |
अंतरराष्ट्रीय छात्र पर्यटक | 400 |
भारतीय पर्यटक | 100 |
वरिष्ठ नागरिक, छात्र, अर्धसैनिक बल के सदस्य (भारतीय) | 50 |
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी शुल्क
श्रेणी | मूल्य (रु.) |
स्थिर फोटोग्राफी | 100 |
वीडियो फोटोग्राफी | 200 |
अतिरिक्त सुविधाएं और शुल्क
सेवा | मूल्य (रु.) |
लिफ्ट (एक तरफ़ा) | 50 |
टूर एस्कॉर्ट शुल्क | 120 |
ऑडियो गाइड | 180 |
ऑडियो गाइड (छूट) | 120 |
मेहरानगढ़ किले के गाइड शुल्क
पर्यटकों की संख्या | मूल्य (रु.) |
01 से 04 व्यक्ति | 300 |
05 से 15 व्यक्ति | 400 |
16 से 30 व्यक्ति | 500 |
31 से 50 व्यक्ति | 600 |
वाहन पार्किंग शुल्क (Parking Charges)
वाहन प्रकार | मूल्य (रु.) |
टू-व्हीलर / ऑटो | 10 |
कार / जीप | 50 |
मिनी बस | 80 |
बस | 100 |
मेहरानगढ़ किला घूमने का सबसे अच्छा समय (Meherangarh Fort ghumne ka shi samay)
मेहरानगढ़ किले की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अनुकूल माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है, जिससे जोधपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को देखने का अनुभव और भी शानदार हो जाता है।
मौसम की स्थिति:
- तापमान 10°C से 25°C के बीच रहता है, जो दर्शनीय स्थलों की यात्रा और बाहरी गतिविधियों के लिए उपयुक्त होता है।
- गर्मियों की तेज धूप से बचने के लिए सर्दियों के महीनों में घूमना सबसे बेहतर होता है।
- इस दौरान जोधपुर में कई सांस्कृतिक और पर्यटन उत्सव भी आयोजित किए जाते हैं, जिससे यात्रा का अनुभव और भी खास बन जाता है।
मेहरानगढ़ किले में खरीदारी का अनुभव
हालाँकि मेहरानगढ़ किले(Meherangarh Fort) के भीतर कोई औपचारिक बाज़ार नहीं है, लेकिन जोधपुर शहर अपने रंगीन और पारंपरिक बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ खरीदारी के शौकीनों के लिए कई बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं:
- क्लॉक टॉवर मार्केट: यह जोधपुर का सबसे प्रसिद्ध और व्यस्त बाजारों में से एक है। यहाँ मसाले, हस्तशिल्प, और कढ़ाई किए गए पारंपरिक कपड़े खरीदने के लिए बेहतरीन जगहें हैं।
- नई सड़क: यह स्थान विशेष रूप से पारंपरिक बंधेज (टाई-एंड-डाई) कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से बांधनी साड़ियाँ, दुपट्टे, पारंपरिक पगड़ियाँ और चमड़े की वस्तुएँ खरीदी जा सकती हैं।
- कपडा बाज़ार: यह बाजार राजस्थानी ‘लहरिया’ परिधानों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ रेशम, सूती और शिफॉन के कपड़ों पर पारंपरिक बंधेज और लहरिया के बेहतरीन डिज़ाइन मिलते हैं।
मेहरानगढ़ किले में नाइटलाइफ़ और सांस्कृतिक प्रदर्शन (Nightlife in Meherangrh)
Meherangarh Kila, Jodhpur न केवल अपने इतिहास और वास्तुकला के लिए बल्कि अपनी रात्रिकालीन गतिविधियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ कुछ प्रमुख अनुभव दिए जा रहे हैं:
- रात्रि भ्रमण: चांदनी रात में मेहरानगढ़ किले की रोशन दीवारें एक अलग ही नजारा प्रस्तुत करती हैं। गाइडेड नाइट टूर के दौरान, किले की भव्यता को हल्की रोशनी में देखने का एक अनूठा अनुभव मिलता है।
- राजस्थानी नृत्य और संगीत: किले के प्रांगण में पारंपरिक कालबेलिया नृत्य, लोक संगीत, कठपुतली शो और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होती हैं, जो राजस्थानी संस्कृति को जीवंत बना देती हैं।
- शाही डिनर: किले के भीतर मौजूद रूफटॉप रेस्तरां से जगमगाते जोधपुर शहर का नजारा देखते हुए राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लेना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है।
- इंडिक रेस्टोरेंट और ऑन द रॉक्स: जोधपुर के कुछ प्रसिद्ध ओपन-एयर डाइनिंग स्थानों में से एक हैं, जहाँ शाही माहौल और पारंपरिक व्यंजनों का बेहतरीन संगम मिलता है।
मेहरानगढ़ किले में देखने लायक स्थान
Meherangarh Kila, Jodhpur सिर्फ एक ऐतिहासिक धरोहर नहीं, बल्कि एक संपूर्ण सांस्कृतिक और स्थापत्य कला का केंद्र है। यहाँ कुछ प्रमुख आकर्षण दिए गए हैं:
- चामुंडा माताजी मंदिर: यह मंदिर जोधपुर के लोगों के लिए बहुत आस्था का केंद्र है। खासकर त्योहारों के दौरान यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
- मोती महल: यह महल अपनी रंगीन कांच की खिड़कियों और राजसी सिंहासन के लिए प्रसिद्ध है। इसकी शानदार नक्काशी राजपूत शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण है।
- फूल महल: इस महल को राजाओं के आनंद भवन के रूप में जाना जाता था। इसकी दीवारों और छत पर सोने की पत्तियों से की गई सजावट इसे किले का सबसे भव्य भाग बनाती है।
- शीश महल: इसे ‘दर्पणों का महल’ भी कहा जाता है। इसकी दीवारों और छतों पर जड़े हज़ारों छोटे दर्पण रोशनी में झिलमिलाते हैं और एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य उत्पन्न करते हैं।
मेहरानगढ़ किले के पास बेहतरीन भोजन स्थल – Best Food in Meherangarh Fort
अगर आप खाने के शौक़ीन है तो मानिये जोधपुर आपके लिए है, हालाँकि मेहरानगढ़ किले(Meherangarh fort, Jodhpur) के अंदर कोई रेस्तरां नहीं है, लेकिन जोधपुर शहर स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए कई बेहतरीन विकल्प प्रदान करता है। यहाँ आपको राजस्थानी पारंपरिक भोजन से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्वाद तक सब कुछ मिल सकता है। यदि आप असली जोधपुरी स्वाद का आनंद लेना चाहते हैं, तो इन जगहों पर ज़रूर जाएँ:
1. जिप्सी वेजिटेरियन रेस्टोरेंट, सरदारपुरा
अगर आप शुद्ध शाकाहारी और पारंपरिक राजस्थानी खाने का आनंद लेना चाहते हैं, तो जिप्सी एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी खास राजस्थानी थाली में दाल-बाटी-चूरमा, गट्टे की सब्जी, कढ़ी और अन्य स्थानीय स्वादों का शानदार मिश्रण मिलता है।
2. रिसाला, पैलेस रोड
ताज होटल्स उम्मेद भवन पैलेस में स्थित रिसाला, एक शानदार फाइन डाइनिंग रेस्तरां है। यहाँ आपको भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का अनूठा संगम मिलेगा। सुंदर आँगन के नज़ारे के साथ यहाँ का हर व्यंजन एक शाही अनुभव कराता है।
3. शानदार स्वीट होम, बरली
जोधपुर के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित रेस्तरां में से एक, शानदार स्वीट होम अपनी स्वादिष्ट करी और विशेष लहसुन की चटनी के लिए प्रसिद्ध है। पारंपरिक स्वाद के साथ यह जगह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
4. जनता स्वीट होम, नई सड़क
अगर आप मिठाइयों के शौकीन हैं, तो जनता स्वीट होम आपकी पसंदीदा जगह बन सकती है। यहाँ की घेवर, मावा कचौरी और अन्य पारंपरिक मिठाइयाँ हर मिठाई प्रेमी के दिल को भा जाती हैं। इसके अलावा, यहाँ मिलने वाले नमकीन और आइसक्रीम भी लाजवाब हैं।
चाहे आप पारंपरिक राजस्थानी स्वाद का मज़ा लेना चाहें या किसी शाही भोजन का आनंद उठाना चाहें, जोधपुर के ये स्थान आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे!
मेहरानगढ़ किले तक कैसे पहुँचे?
मेहरानगढ़ किले(Meherangarh fort, Jodhpur) तक पहुँचने के लिए जोधपुर शहर में उपलब्ध विभिन्न परिवहन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। जोधपुर अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिससे यहाँ पहुँचना बेहद आसान हो जाता है।
ट्रेन द्वारा:
जोधपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन, जोधपुर को दिल्ली, मुंबई, जयपुर और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ता है। रेलवे स्टेशन से मेहरानगढ़ किला लगभग 5 किलोमीटर दूर है, जहाँ आप टैक्सी या ऑटो-रिक्शा से आसानी से पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग से:
जोधपुर शहर तक सड़क मार्ग से पहुँचना भी सुविधाजनक है। राजस्थान के प्रमुख शहरों के अलावा दिल्ली और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों से भी यहाँ अच्छी सड़कें जुड़ी हुई हैं। आप जयपुर (337 किमी), उदयपुर (250 किमी) या जैसलमेर (285 किमी) से टैक्सी या बस के ज़रिए यात्रा कर सकते हैं।
हवाई मार्ग से:
अगर आप हवाई यात्रा कर रहे हैं, तो जोधपुर हवाई अड्डा आपके लिए सबसे नज़दीकी विकल्प है, जो शहर के केंद्र से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ से दिल्ली, मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या कैब लेकर सीधे मेहरानगढ़ किले तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
10 पंक्तियाँ मेहरानगढ़ किले पर
- मेहरानगढ़ किला जोधपुर का सबसे प्रसिद्ध किला है।
- इसका निर्माण 1459 में राव जोधा ने करवाया था।
- यह समुद्र तल से 410 फीट ऊँचाई पर स्थित है।
- यहाँ सात मुख्य दरवाजे हैं, जिनमें जयपोल और फतेहपोल प्रमुख हैं।
- किले के भीतर मोती महल, फूल महल और शीश महल जैसे भव्य महल हैं।
- यहाँ स्थित संग्रहालय में प्राचीन शाही वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं।
- किले से जोधपुर शहर का विहंगम दृश्य दिखाई देता है।
- यह किला बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए प्रसिद्ध है।
- पर्यटकों के लिए यहाँ गाइडेड टूर और ऑडियो टूर की सुविधा उपलब्ध है।
- यह किला राजस्थान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों में से एक है
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :
1. जोधपुर का किला किसने बनवाया?
मेहरानगढ़ किले की स्थापना राव जोधा ने 1459 ईस्वी में करवाई थी। वे मारवाड़ क्षेत्र के राठौड़ वंश के संस्थापक थे।
2. मेहरानगढ़ किला कहाँ स्थित है?
मेहरानगढ़ किला राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। यह शहर के केंद्र से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर एक पहाड़ी पर स्थित है।
3. मेहरानगढ़ किले का इतिहास क्या है?
मेहरानगढ़ किला जोधपुर के शासकों द्वारा कई वर्षों में विकसित किया गया था। यह राजस्थान के सबसे मजबूत किलों में से एक है और इसमें कई महल, संग्रहालय और ऐतिहासिक अवशेष मौजूद हैं।
4. मेहरानगढ़ किले की टिकट की कीमत क्या है?
किले में प्रवेश के लिए टिकट की कीमत भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए अलग-अलग होती है। नवीनतम शुल्क जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
5. मेहरानगढ़ किले की नींव किस देवी ने रखी?
मान्यता के अनुसार, किले की नींव रखते समय यहाँ एक संत चित्तरिया नाथ का तपस्थल था। किले के निर्माण से पहले उन्हें अन्य स्थान पर जाने के लिए कहा गया था, जिससे उन्हें कष्ट हुआ। इस कारण, यहाँ एक मंदिर बनाया गया और देवी चामुंडा माता को किले की कुलदेवी के रूप में स्थापित किया गया।