Samod Veer Hanuman Mandir
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सामोद बालाजी मंदिर, चोमू – Veer Hanuman Temple Guide

परिचय सामोद बालाजी मंदिर, राजस्थान के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है। जयपुर से मात्र 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर, वीर हनुमान जी के नाम से भी जाना जाता है। सामोद पर्वत की चोटी पर स्थित यह मंदिर न केवल अपनी आध्यात्मिकता के लिए बल्कि अपने चमत्कारों के लिए भी…

Kaila Devi Mandir Karauli
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कैला देवी मंदिर करौली – कहाँ है, कैसे पहुँचें, मेला व दर्शन समय

राजस्थान के करौली जिले में अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा कैला देवी मंदिर, एक ऐसा ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल है जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ता है। माता कैला देवी, जिन्हें महालक्ष्मी एवं महायोगिनी माया का रूप माना जाता है, अपने चमत्कारों और भक्तों की चिंताओं का समाधान करने के…

Tripura sundari temple
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त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, बांसवाड़ा: शक्ति और आस्था का अद्भुत स्थल

बांसवाड़ा का त्रिपुरा सुंदरी मंदिर राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर न सिर्फ यहां के लोगों की आस्था का केंद्र है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक खास जगह है। इस मंदिर के बारे में जानना बहुत दिलचस्प है, क्योंकि इसमें बहुत सारी पुरानी कहानियां और इतिहास छिपे हुए…

sawaliya seth mandir
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सांवलिया सेठ मंदिर दर्शन: इतिहास, मान्यताएं और महिमा

(Sawaliya seth Temple)राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी है। भगवान कृष्ण के सांवले रूप को समर्पित यह मंदिर चमत्कारी मान्यताओं और भक्तों की गहरी श्रद्धा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आने वाले भक्तों का विश्वास है कि सांवलिया…

Dwarikadheesh Temple, kankroli
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द्वारकाधीश मंदिर, कंकरोली: श्री कृष्ण भक्तों का प्रमुख तीर्थ स्थल

भारत में मंदिरों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है। इन मंदिरों में कुछ मंदिर ऐसे होते हैं जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि उनकी वास्तुकला, इतिहास और यहां होने वाली पूजा-अर्चना भी उन्हें विशेष बनाती है। ऐसा ही एक मंदिर है द्वारकाधीश मंदिर, जो राजस्थान के कंकरोली में स्थित है। यह मंदिर…

Nathdwara, Srinathji (1)
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नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर – इतिहास, दर्शन समय व यात्रा गाइड

आपने राजस्थान के राजाओं की वीरता और निडरता की अनेक गाथाएँ सुनी होंगी—कैसे उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाज़ी लगा दी। मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के आतंक के दौर में भी, मेवाड़ के पराक्रमी राजा राणा राजसिंह ने एक विशिष्ट मूर्ति की रक्षा की थी—यह वही श्रीनाथजी…

Dilwara jain mandir
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माउंट आबू का दिल: दिलवाड़ा जैन मंदिरों का इतिहास, कला और आध्यात्मिकता

राजस्थान जैसे रेगिस्तानी प्रदेश में हिल स्टेशन का होना किसी चमत्कार से कम नहीं है — और माउंट आबू वही चमत्कार है। परंतु माउंट आबू की पहचान केवल ठंडी वादियों और सुंदर पहाड़ियों से नहीं है; इसकी आत्मा बसती है दिलवाड़ा जैन मंदिर में। सदियों पुराना यह मंदिर न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण…

Shila mata mandir, amer jaipur
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शिला माता मंदिर, आमेर: इतिहास, मान्यताएँ और दर्शन का समय

(Shila Mata Mandir Jaipur) कहा जाता है कि सन 1604 में जब शिला माता स्वयं जयपुर के तत्कालीन महाराजा मान सिंह के स्वप्न में प्रकट हुईं, तब राजा ने इसे ईश्वरीय संकेत माना। महाराजा मान सिंह स्वयं जेस्सोर (जो वर्तमान में बांग्लादेश में स्थित है) गए और वहाँ समुद्र से शिला माता की मूर्ति प्राप्त…

Kalika Mata Mandir, Chittorgarh
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कालिका माता मंदिर चित्तौड़गढ़ – इतिहास, आरती समय और दर्शन विवरण

एक भव्य मंदिर — जहाँ देवी को सोने के आभूषणों से विशेष श्रृंगार किया जाता है। इतनी बड़ी मात्रा में स्वर्णाभूषण होने के कारण पुलिस विभाग की ओर से पाँच सशस्त्र जवानों की सुरक्षा में यह श्रृंगार सम्पन्न होता है। ये जवान पूरे नवरात्रि के नौ दिनों तक मंदिर में तैनात रहते हैं। इतिहास के…

eklingji mandir, udaipur
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एकलिंगजी मंदिर, उदयपुर: आस्था, इतिहास और वास्तुकला की अद्वितीय गाथा

दुनिया में कुछ ही मंदिर ऐसे होते हैं, जहाँ जब कोई श्रद्धालु या दर्शक उनके पवित्र गलियारों से होकर गुजरता है, तो वह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं देखता — वह इतिहास की एक जीवंत गाथा का साक्षी बनता है। ऐसा ही एक दिव्य मंदिर है — उदयपुर में स्थित एकलिंगजी मंदिर। यह मंदिर न…