रणथंभौर किला: जहाँ इतिहास की दीवारें आज भी गाथा गाती हैं।
इतिहास केवल पुस्तकों में नहीं, दीवारों पर भी दर्ज होता है — और कहा जाता है, इतिहास को केवल पढ़ा नहीं, महसूस किया जाता है। राजा, रानियों, युद्धों और सिंहासनों की कहानियाँ जब पत्थरों में गूंजती हैं, तो उनका अनुभव लिखे शब्दों से कहीं अधिक प्रभावशाली होता है। ऐसा ही साक्षी बना है रणथंभौर का…