Samod Veer Hanuman Mandir
|

सामोद बालाजी मंदिर, चोमू – Veer Hanuman Temple Guide

परिचय सामोद बालाजी मंदिर, राजस्थान के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है। जयपुर से मात्र 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर, वीर हनुमान जी के नाम से भी जाना जाता है। सामोद पर्वत की चोटी पर स्थित यह मंदिर न केवल अपनी आध्यात्मिकता के लिए बल्कि अपने चमत्कारों के लिए भी…

Hawa Mahal Jaipur
|

हवा महल जयपुर – A Complete Travel Guide to Hawa Mahal in Hindi

भारत के गुलाबी शहर जयपुर में स्थित हवा महल राजस्थान की वास्तुकला का एक अनमोल खजाना है। 1799 में निर्मित यह पांच मंजिला इमारत न केवल अपनी अद्भुत संरचना के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह भारतीय इतिहास और संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का भी प्रतीक है। हवा महल का ऐतिहासिक टाइमलाइन – 1799 से आज…

Kaila Devi Mandir Karauli
|

कैला देवी मंदिर करौली – कहाँ है, कैसे पहुँचें, मेला व दर्शन समय

राजस्थान के करौली जिले में अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा कैला देवी मंदिर, एक ऐसा ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल है जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ता है। माता कैला देवी, जिन्हें महालक्ष्मी एवं महायोगिनी माया का रूप माना जाता है, अपने चमत्कारों और भक्तों की चिंताओं का समाधान करने के…

Tripura sundari temple
|

त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, बांसवाड़ा: शक्ति और आस्था का अद्भुत स्थल

बांसवाड़ा का त्रिपुरा सुंदरी मंदिर राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर न सिर्फ यहां के लोगों की आस्था का केंद्र है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक खास जगह है। इस मंदिर के बारे में जानना बहुत दिलचस्प है, क्योंकि इसमें बहुत सारी पुरानी कहानियां और इतिहास छिपे हुए…

sawaliya seth mandir
|

सांवलिया सेठ मंदिर दर्शन: इतिहास, मान्यताएं और महिमा

(Sawaliya seth Temple)राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी है। भगवान कृष्ण के सांवले रूप को समर्पित यह मंदिर चमत्कारी मान्यताओं और भक्तों की गहरी श्रद्धा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आने वाले भक्तों का विश्वास है कि सांवलिया…

Dwarikadheesh Temple, kankroli
|

द्वारकाधीश मंदिर, कंकरोली: श्री कृष्ण भक्तों का प्रमुख तीर्थ स्थल

भारत में मंदिरों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है। इन मंदिरों में कुछ मंदिर ऐसे होते हैं जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि उनकी वास्तुकला, इतिहास और यहां होने वाली पूजा-अर्चना भी उन्हें विशेष बनाती है। ऐसा ही एक मंदिर है द्वारकाधीश मंदिर, जो राजस्थान के कंकरोली में स्थित है। यह मंदिर…

Nathdwara, Srinathji (1)
|

नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर – इतिहास, दर्शन समय व यात्रा गाइड

आपने राजस्थान के राजाओं की वीरता और निडरता की अनेक गाथाएँ सुनी होंगी—कैसे उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाज़ी लगा दी। मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के आतंक के दौर में भी, मेवाड़ के पराक्रमी राजा राणा राजसिंह ने एक विशिष्ट मूर्ति की रक्षा की थी—यह वही श्रीनाथजी…

gagron fort, jhalawar
|

गागरोन किला: रहस्यमय जल दुर्ग और गौरवशाली इतिहास

अक्सर किलों की नींव ही उनकी कहानियों की शुरुआत होती है — लेकिन गागरोन किला इससे अलग है। यह एक ऐसा किला है, जिसकी कोई नींव नहीं है, फिर भी यह शान से खड़ा है, वीरता, बलिदान और स्वाभिमान की गाथाएँ अपने भीतर समेटे हुए। बिना नींव के भी यह दुर्ग आज झालावाड़ की आन-बान…

Ranthambore fort, sawai madhopur
|

रणथंभौर किला: जहाँ इतिहास की दीवारें आज भी गाथा गाती हैं।

इतिहास केवल पुस्तकों में नहीं, दीवारों पर भी दर्ज होता है — और कहा जाता है, इतिहास को केवल पढ़ा नहीं, महसूस किया जाता है। राजा, रानियों, युद्धों और सिंहासनों की कहानियाँ जब पत्थरों में गूंजती हैं, तो उनका अनुभव लिखे शब्दों से कहीं अधिक प्रभावशाली होता है। ऐसा ही साक्षी बना है रणथंभौर का…

Dilwara jain mandir
|

माउंट आबू का दिल: दिलवाड़ा जैन मंदिरों का इतिहास, कला और आध्यात्मिकता

राजस्थान जैसे रेगिस्तानी प्रदेश में हिल स्टेशन का होना किसी चमत्कार से कम नहीं है — और माउंट आबू वही चमत्कार है। परंतु माउंट आबू की पहचान केवल ठंडी वादियों और सुंदर पहाड़ियों से नहीं है; इसकी आत्मा बसती है दिलवाड़ा जैन मंदिर में। सदियों पुराना यह मंदिर न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण…